Amit Kumat Success Story : ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।’ सोहनलाल द्विवेदी की कहानी की ये पंक्तियां प्रताप स्नैक्स कंपनी के मालिक अमित कुमत पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं।
अमित कुमत आज करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं, लेकिन एक समय था जब उनके तीन-तीन बिजनेस पूरी तरह से ठप्प हो गए थे। हालात यह हो गए थे कि उनके पास बस में सफर करने का किराया तक नहीं बचा था। कहीं जाने से पहले वो 2 बार सोचा करते थे कि वो बस से जाएं या पैदल।
लेकिन कहते हैं ना कि मुश्किलें केवल आपको अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए आती हैं। अमित कुमत के जीवन में भी कुछ ऐसी ही मुश्किलें आईं थी। लेकिन हर मुश्किल को पार करते हुए उन्होंने Prataap Snacks कंपनी की शुरुआत की, जो Yellow Diamond ब्रांड के नाम से चिप्स, नमकीन आदि स्नैक्स बेचने का काम करती है। आज उनकी कंपनी का टर्नओवर लगभग 3,200 करोड़ रुपये है।
ऐसे में चलिए जानते हैं, कि इतनी असफलताओं के बीच अमित ने खुद को कैसे मजबूत रखा, और उनकी असफलता से सफलता की कहानी के पीछे का राज क्या है?, तो चलिए शुरु करते हैं…
दर-दर भटके, लेकिन फिर भी नहीं मिली मनमुताबिक नौकरी
अमेरिका से साइंस में मास्टर्स डिग्री पूरी करने के बाद अमित कुमत इंदौर में अपने लिए नौकरी ढूंढने लगे। नौकरी की तलाश में दर-दर भटकने के बाद भी जब उन्हें उनके मनमुताबिक नौकरी नहीं मिली, तो थक-हारकर उन्होंने अपने पापा का कपड़ों का बिजनेस ज्वाइन कर लिया।
जब कपड़ों के बिजनेस में उन्हें सफलता हासिल हुई तो उनका हौंसला बढ़ा और उन्होंने दूसरे क्षेत्रों में भी हाथ आजमाना शुरु कर दिया। 1996 से 1999 के बीच उन्होंने एक एसएपी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट और केमिकल डाई का बिजनस भी शुरू किया। इसी के साथ ही उन्होंने एक वेबसाइट भी खोली।
बिजनेस में हुआ घाटा और कर्जे में डूब गए अमित कुमत
शुरु-शुरु के दिनों में तीनों ही बिजनेस काफी अच्छे चल रहे थे, लेकिन उनकी किस्मत शायद उन्हें आजमाना चाहती थी। अमित कामत को एक ही साल में तीनों बिजनेस भयंकर घाटा हुआ। थक हार कर उन्हें अपने सभी बिजनेस बंद करने पड़े। बिजनेस के लिए अमित ने काफी लोन ले रखा था। ऐसे में कंपनी बंद होने के बाद अमित कुमत पर तकरीबन 18 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया था।
हालात इतने बद्तर हो गए थे, कि उनके पास बस में सफर करने के पैसे भी नहीं बचे थे। यह समय उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल क्षण था, लेकिन इस मुश्किल के समय में भी उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी। अमित कुमत ने हिम्मत जुटाई और फिर से कुछ बड़ा करने का सपना देखा।
15 लाख का उधार लेकर शुरु किया स्नैक्स का बिजनेस

अपने मुश्किल दिनों से बाहर निकलने के लिए अमित कुमत कुछ बड़ा करना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने अपने भाई बड़े अपूर्व कुमत के दोस्त और पारिवारिक मित्र अरविंद मेहता को अपने स्नैक्स बिजनस में 15 लाख रुपये का निवेश करने के लिए अप्रोच किया।
अरविंद उनकी कंपनी में पार्टनर बनने के लिए मान गए। 2002-2003 में इंदौर में एक 100 वर्ग फीट के कमरे से उन्होंने अपने भाई अपूर्व कुमत और अरविंद मेहता के साथ मिलकर बिजनेस शुरु कर दिया। इस कंपनी का नाम Prataap Snacks Limited रखा जो “Yellow Diamond” ब्रांड के नाम से चिप्स और नमकीन बनाने का काम करती थी।
यह एक चिप्स बनाने वाली कंपनी थी, जिसका आइडिया उन्हें दाल-चावल खाते हुए आया था। दरअसल, अमित को दाल-चावल के साथ पापड़ खाने का बहुत शौक था। उच्च शिक्षा के दौरान इसी से उन्हें चिप्स बनाने का ख्याल आया था।
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बिजनेस में मिली सफलता
बिजनेस के शुरुआती दिनों में अमित कुमत और उनके बिजनेस पार्टनर्स ने मार्केट में पहचान बनाने के लिए लखनऊ में चीज बॉल बनवाए और इन्हें इंदौर तथा दूसरे शहरों में बेचा। उनका यह बिजनस चल निकला। जैसे-जैसे उन्हें मुनाफा होने लगा, उन्होंने अपनी कंपनी के प्रोडक्ट्स बढ़ाना भी शुरु कर दिया।
2006-07 में पेप्सिको इंडिया के लोकप्रिय प्रोडक्ट कुरकुरे को टक्कर देने के लिए अमित की कंपनी येलो डायमंड ने चुलबुले लॉन्च किया। कंपनी की बढ़ती कामयाबी को देखकर 2009 में जानी मानी ग्लोबल वेंचर कंपनी सिकोया कैपिटल ने कंपनी में निवेश के लिए संपर्क किया। 18 महीने के इंतजार के बाद वेंचर फर्म ने तीन करोड़ डॉलर का निवेश किया। इस निवेश से कंपनी ने बहुत सी नई मशीनें खरीदकर बड़े लेवल पर चिप्स, पोटैटो रिंग्स और नमकीन बनाना शुरु कर दिया।
करोड़ों में पहुंचा कंपनी का टर्नओवर
बिजनेस में मिली सफलता के बाद अमित कुमत ने बॉलीवुड के अभिनेता सलमान खान को भी अपनी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बनाया था। मार्च 2022 में प्रताप स्नौक्स उर्फ येलो डायमंड कंपनी का कुल रेवेन्यू 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का था।
वर्तमान में उनका डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है। देशभर में उनकी कंपनी की 4 फैक्ट्रियां हैं, और वर्तमान में प्रताप स्नैक्स का बाजार पूंजीकरण लगभग 3,200 करोड़ रुपये है।
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प्रेरणा
अमित कुमत की सफलता की कहानी आज देश के हर युवा के लिए मोटिवेशन हैं। अमित ने यह साबित कर दिखाया है, कि अगर आप कड़ी मेहनत, सकारात्मक सोच के साथ सही दिशा में काम करते हैं, तो आपकी असफलता को सफलता में बदलने में देर नहीं लगेगी।
उम्मीद है, इस कहानी से आप भी कोई ना कोई प्रेरणा जरुर लेंगे। अगर आपको संघर्ष से सफलता की यह कहानी पसंद आई हो, तो इसे अपने मित्रों के साथ शेयर जरुर करें।