भारत में किसानों की संख्या भले ही ज्यादा हो, लेकिन आज के समय में हर किसान का बेटा किसान नहीं बनना चाहता है, वो चाहता है कि उसकी किसी बड़ी कंपनी में अच्छी सैलरी पर नौकरी लग जाए। पर आज हम आपको आंध्रप्रदेश के एक ऐसे जोड़े (couple) की कहानी बताएंगे, जिसने बड़ी-बड़ी IT कंपनी में नौकरी करने के बाद उसे छोड़कर खेती से जुड़ा बिजनेस करना शुरु किया।
आज अपने इस फैसले से वो ना सिर्फ खुश हैं, बल्कि महीने के 7.5 लाख रुपये तक की अर्निंग भी कर रहे हैं। अब ये कपल कौन हैं, और इनकी पूरी कहानी क्या हैं, चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं –
IT क्षेत्र में स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते लोगों को देखकर उठा नौकरी से विश्वास
जिस कपल की हम बात कर रहे हैं, उनका नाम हैं कोटिनागा मणिकांता और नागा वेंकट दुर्गा पावनी मणिकांता। दोनों ने ही B.Tech में ग्रेजुएशन किया। मणिकांता Infosys और पावनी Accenture (एक्सेंचर) में काम कर रहे थे। दोनों अपने करियर में काफी अच्छा कर रहे थे, उन्हें काफी सफलता भी मिल रही थी।
लेकिन इसी दौरान उन्होंने IT क्षेत्र में अपने सहकर्मियों को अच्छी सैलरी के बावजूद स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते देखा। खराब खाने और लाइफस्टाइल के चलते होने वाली इन समस्याओं को देखकर उन्होंने ऑर्गेनिक खेती के बारे में सोचा। उन्हें लगा कि जैविक खेती से बने उत्पादों से इस समस्या को हल किया जा सकता है।
नौकरी छोड़कर ऑर्गेनिक खेती में किया इन्वेस्ट
धीरे-धीरे मणिकांता और पावनी ऑर्गेनिक खेती के लिए जागरुक होने लगें, और उन्होंने ऑर्गेनिक खेती से जुड़ा कोई बिजनेस करने का निर्णय लिया, जिससे किसानों को भी फायदा हो। उन्होंने एक ऐसा स्टोर बनाने का सोचा, जहां सारे Organic Products (जैविक उत्पाद ) एक ही स्टोर पर मिल जाए।
मणिकांता और पावनी को खेती में कोई भी अनुभव नहीं था, तो उन्होंने ऑर्गेनिक खेती के बारें में सीखना शुरु किया। उन्होंने सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती (SPNF) पद्धति को सीखा, जिसमें कम लागत में ज़्यादा उपज मिलती है। उन्होंने चेन्नई में काम करते हुए अपने गांव, लछन्नागुडीपुडी, आंध्र प्रदेश में वीकेंड पर ट्रेनिंग सेशन में भाग लेना शुरू किया। आखिरकार 2017 में दोनों ने मिलकर नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया।
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2017 में की ‘Sreshta’ की शुरुआत
IT करियर को पीछे छोड़ने के बाद मणिकांता और पावनी अपने गांव गुंटूर लौट आए। यहां उन्होंने 17 लाख रुपये की सेविंग्स से एक नया बिजनेस शुरु किया, जिसका नाम रखा गया ‘श्रेष्ठ’ (Sreshta)। यह स्वास्थ्य, स्थिरता और गुणवत्ता के पर आधारित एक ऐसा स्टोर था, जहां सभी ऑर्गेनिक प्रोडक्ट आपको एक जगह पर मिल जाए। प्रोडक्ट्स के लिए उन्होंने पहले से ही जैविक खेती करने वाले किसानों से संपर्क किए, उनसे प्रोडक्ट मंगवाएं और डिलीवरी का काम भी खुद ही किया।
किसानों से संपर्क बनाने में हुई परेशानी
मणिकांता और पावनी के लिए सबसे मुश्किल काम था, अपने बिजनेस के लिए स्थिर आपूर्ति श्रृंखला बनाना। शुरुआत में किसानों को Sreshta में अपने प्रोडक्ट बेचने में झिझक हुई, क्योंकि किसानों को पारंपरिक तरीकें से अपनी फसले बेचने की आदत थी। लेकिन किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत देकर मणिकांत ने सभी किसानों का विश्वास जीता।
2019 में उन्होंने गुंटूर में अपना पहला आधिकारिक स्टोर खोला। अपने बिजनेस मॉडल से मणिकांत ने ये सुनिश्चित किया कि उनके स्टोर पर किसान अपनी उपज को प्रीमियम कीमतों पर बेच सकें, जो उन्हें पारंपरिक बाजारों में मिलने वाली कीमतों से कहीं अधिक थी।
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स्टोर पर बेचने शुरु किए Ready-to-eat आइटम्स
आंध्रप्रदेश के इस दंपत्ति के स्टोर पर ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की मांग बढ़ने लगी। Sreshta की रेंज को बढ़ाते हुए उन्होंने अपने स्टोर पर 160 से ज्यादा उत्पाद शामिल कर लिए। जहां वो ऑर्गेनिग चावल से लेकर मूंगफली और अंकुरित रागी पाउडर जैसे घर के बने पाउडर, हिमालयन पिंक सॉल्ट, काला नमक और कई तरह के फ्लेक्स तक सब कुछ पेश करते हैं।
धीरे-धीरे उन्होंने रेडी-टू-ईट आइटम में भी कदम रखा, और उन्होंने अपनी दुकान पर बाजरा, गुड़ और ताड़ के गुड़ से बनी घर की बनी मिठाइयाँ, स्नैक्स और कप केक बेचना शुरू कर दिया।
महीनें का 7.5 लाख रुपये कमा रहे हैं मणिकांता और पावनी
अपने स्टोर (Sreshta) पर अलग-अलग ऑर्गेनिक प्रोडक्ट बेचकर कोटिनागा मणिकांता और नागा वेंकट दुर्गा पावनी मणिकांता महीने के 7.5 लाख रुपये और साल के 90 लाख रुपये तक कमा रहे हैं। इस बिजनेस ने ना सिर्फ उनका फायदा हुआ हैं, बल्कि उनकी इस अनोखी पहले से किसान भी लाखों की इनकम जनरेट कर रहे हैं।
आज यह दंपत्ति 55 से ज्यादा किसान और 10 कर्मचारियों के साथ मिलकर अपने बिजनेस Sreshta को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि वो लोगों तक ऐसा आहार (खाना) पहुंचाएं, जो उन्हें शारिरिक और मानसिक रुप से स्वस्थ्य बनाएं। उम्मीद हैं मणिकांत और पावनी की सफलता की कहानी आपको पसंद आई होगी, अगर आर्टिकल अच्छा लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर जरुर करें।
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