‘कौन कहता है कि आसमां में सुराग नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों।’ दुष्यंत कुमार की कविता में लिखी इन बातों को सच कर दिखाया है, बेंगलुरु के एंटरप्रेन्योर विक्रम पई ने। विक्रम पई 5 बार बिजनेस में फेल हुए, लोगों ने उन पर एलन मस्क जैसा बनने का आरोप लगाया।
एक समय आया जब उनके पास मात्र 4000 रुपये ही बचे थे, उनका आधा शरीर भी पैरालाइज हो गया था, लेकिन समाज के लाख तानों और जीवन के संघर्षों के सामने उन्होंने हार नहीं मानी। और अंत में उन्हें सफलता ही हाथ लगी। आज उनकी कंपनी ReferRush दिन के 1.5 लाख रुपये कमा रही है। चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं विक्रम पई की संघर्ष से सफलता की कहानी के बारे में…
5 बिजनेस फेल और करोड़ो नुकसान हुआ

विक्रम पई बेंगलुरु के एक सफल उद्यमी हैं, जो रेफररश (ReferRush) नाम के ई-कॉमर्स रेफरल सेल्स प्लेटफॉर्म के संस्थापक और सीईओ हैं। यह प्लेटफॉर्म व्यावसायों को अपने ग्राहकों के जरिए नए ग्राहक पाने में मदद करता है। विक्रम पई को इस सफलता के पीछे काफी ज्यादा संघर्ष करना पड़ा।
विक्रम बताते हैं कि इससे पहले 6 साल में उनके 5 बिजनेस फेल हुए थे। जिससे उन्हें लगभग 2 करोड़ रुपये का घाटा भी हुआ था। उनके परिवार, दोस्तों, पडोसियों सभी ने उन्हें नौकरी छोड़ने की सलाह दी। उनके करियर को लेकर तरह-तरह की बातें बनाई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और वो लगातार मेहनत करते रहे।
सोशल मीडिया पर सुनाई संघर्ष के दिनों की कहानी
अपने संघर्षों के दिनों को याद करते हुए विक्रम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती सुनाई। विक्रम ने लिखा कि – मुश्किल के दिनों में लोगों ने मेरा यह कहकर मजाक बनाया कि मैं एलन मस्क बनने की कोशिश कर रहा हूं।
मेरी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया, जब मेरे पास सिर्फ 4,000 रुपये बचे थे। मैं अपने सह संस्थापक को वेतन भी नहीं दे पा रहा था, उस दौरान मेरे शरीर का आधा हिस्सा पैरालाइज्ड भी हो गया था। मेरे अपने ही दोस्तों और परिवार वालों ने मुझसे मुंह मोड़ लिया था, लेकिन मैने अपना आत्मविश्वास नहीं खोया । मेरे पास खाने को था, सिर पर छत थी और जीने की उम्मीद थी – और फिलहाल मुझे बस इतना ही चाहिए था।
6 years. 5 failed businesses. 2 crores earned and lost.
— Vikram Pai (@vikpai) February 13, 2025
They called me Elon Musk. Half my body got paralyzed.
I went down to my last 4k and couldn’t pay co-founders salary. Here’s the screenshot before I sent him 36k for the month. He had responsibilities.
Everyone told me to… pic.twitter.com/umaZQ0QBaw
विक्रम ने आगे लिखा की अंत में हमारी मेहनत काम आई, आज हम प्रतिदिन 1.5 लाख रुपये कमा रहे हैं। हम लाभ में हैं।
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जिंदगी में आया बड़ा मोड़
विक्रम पई की जिंदगी में बड़ा मोड़ तब आया, जब उनकी कंपनी ReferRush को जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के WTFund ग्रांट इनिशिएटिव ने फंडिंग के लिए चुना गया। 2,400 कंपनियों में से उनकी कंपनी को इस ग्रांट के लिए चुना गया था।
महीने का लाखों रुपये कमा रही है कंपनी
शुरुआत में उनकी कंपनी को 1 लाख रुपये कमाने में 4 महीने लग गए थे, लेकिन अब वो हर दिन 1.5 लाख और महीने के लगभग 45 लाख रुपये कमा रहे हैं। आपको बता दें कि ReferRush एक रेफरल मार्केटिंग कंपनी है, जो ई-कॉमर्स ब्रांड्स को उनके ग्राहकों से रेफरल प्राप्त करने में मदद करती है।
प्रेरणा
असफलताओं से डरने वाले लोगों के लिए विक्रम पई की सफलता की कहानी एक बहुत बड़ी प्रेरणा है। अगर शुरुआत के 5 साल लगातार असफलता मिलने के बाद उन्होंने छटवें साल मेहनत करना छोड़ दिया होता, तो शायद आज वो इस मुकाम पर नहीं होते।
यह कहानी इस बात को साबित करती है, कि अगर आप सही दिशा में लगातार मेहनत करते हैं, तो सफलता को आपकी मुट्ठी में आने से कोई नहीं रोक सकता है। असफलताएं हमारे जीवन का हिस्सा होती हैं, जिनसे हमें सीख लेनी चाहिए, ना कि उनसे डरकर अपना रास्ता बदल लेना चाहिए।
उम्मीद है विक्रम पई की कहानी से आपको भी कुछ ना कुछ सीखने को जरुर मिला होगा। अगर आप भी खुद का बिजनेस शुरु करने का प्लान कर रहे हैं, तो आप हमारे बिजनेस आइडिया वाले ब्लॉग पढ़ सकते हैं।
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