किसान हमारे देश की रीढ़ की हड्डी हैं। भारत में लगभग 70% भारतीय लोग किसान हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ा रहे हैं। किसान बनना गर्व की बात हैं, लेकिन अगर आज लोगों से पूछा जाए की वो पढ़-लिखकर किसान बनना चाहेंगे? तो ज्यादातर लोग मना करेंगे।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताएंगे, जिन्होंने Btech और MBA करने के बाद किसानी में अपना करियर बनाया। इनका नाम है Rituraj Sharma । इन्होंने गुड़गांव में Zettafarms नाम की एक कंपनी की शुरुआत की, जो कॉर्पोरेट खेती का काम करती है। इस कंपनी से उन्होंने 3 साल में 33 करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
अब Zettafarms क्या है?, और ऋतुराज शर्मा ने खेती के लिए ऐसा कौनसा मॉडल अपनाया जो जिससे उन्होंने 3 साल में ही करोड़ो रुपये कमा लिए, चलिए जानते हैं।
क्या है Zettafarms ?
क्या कभी किसी ने सोचा होगा, कि खेती भी कॉर्पोरेट तरीके से की जा सकती है? राजस्थान के रहने वाले ऋतुराज शर्मा ने इस सोच को सच कर दिखाया है। उन्होंने 2020 में अपने को-फाउंडर कृष्णा जोशी के साथ मिलकर Zettafarms नाम की एक कॉर्पोरेट फार्मिंग फर्म खोली, जिसमें वो कॉन्ट्रैक्ट बेस या फिर लीज पर जमीन लेकर खेती करते है।
इस फर्म में काम करने वाले किसानों को भी कॉर्पोरेट एंप्लॉइज की तरह ही समय पर सैलरी और अन्य सभी सुविधाएं दी जाती हैं। एग्रीकल्चर फील्ड यह कंपनी सफलता की नई कहानियां लिख रही है।
ऋतुराज शर्मा ने खेती को सफल बिजनेस में बदला
Zettafarms का मुख्य उद्देश्य खेती को प्रॉफिटेबल बिजेसन में बदलना है। इसके लिए यह फर्म देश के अलग-अलग हिस्सों में जमीन किराए पर लेकर खेती कर रही हैं। ताकि अगर देश के किसी हिस्से में प्राकृतिक आपदा के चलते अगर कोई फसल खराब भी हो जाती है, तो उसका भुगतान देश के दूसरे हिस्से से आने वाली खेती से पूरा किया जा सकता है। ऋतुराज का मानना है कि खेती में अगर बिजनेस, इकॉनोमिक्स, मैथ्स, साइंस आदि का समावेश हो, तो खेती को प्रॉफिटेबल बिजनेस में बदला जा सकता है।
इसी तर्ज पर यह फर्म सेंट्रलाइज्ड मैनेजमेंट के तरीके से काम करती हैं। जिसमें ऑपरेशन, मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस आदि से जुड़े लोग शामिल है। फंड की बात करें तो ऋतुराज Zettafarms में इन्वेस्ट करने के लिए अपनी दूसरी कंपनी Growpital से पैसा लेते हैं
15 राज्यों में फैल चुका है Zettafarms का कारोबार
Zettafarms ने 2020 में जब खेती की शुरुआत की थी उस समय उनके पास 2 एकड़ जमीन थी, लेकिन आज उनका कारोबार मध्यप्रदेश, राजस्थान, ओडिसा सहित देश के 15 राज्यों में फैल चुका है। अब उनके पास 20,000 एकड़ जमीन है, जहां वो खेती कर रहे हैं। इस जमीन पर वो चाय-कॉफी, गेहूं, चावल, सब्जियां, दाल जैसी लगभग 60 फसलें उगाते हैं।
हजारों किसानों को नौकरी दे रहे हैं ऋतुराज
Zettafarms अपनी संस्था के माध्यम से आज हजारों किसानों को नौकरी दे रही है। इस संस्था में Zetta Rozgaar Yojna के तहत किसानों को प्राइवेट कंपनी की तरह हर महीनें सैलरी, बच्चों की शिक्षा में योगदान, बुजुर्ग माता-पिता को टीर्थ यात्रा, पेंशन फंड जैसी सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। यह फर्म सुनिश्चित करती है कि आज का किसान सशक्त और आर्थिक रुप से मजबूत बनें। अगर आप भी खेती में इंटरेस्ट रखते हैं, तो आप इस संस्था से जुड़ सकते हैं। इस फर्म में अप्लाई करने के लिए आप आपको Zettafarms की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर करियर के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। यहां आपको वर्तमान में मौजूद नौकरियों की जानकारी मिल जाएगी।
करोड़ों का मुनाफा कमा रही है Zettafarms
Zettafarms के राजस्व की बात करें ,तो यह कंपनी शुरुआत से ही अच्छा मुनाफा कमा रही है। 2022 में इस कंपनी ने 22 करोड़ रुपये का रेवेन्यु अर्न किया था, वहीं 2023 में यह आंकड़ा 55 करोड़ तक पहुंत गया था। वर्तमान में अनुमान है कि ये फर्म 400 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर लेगी।
ऋतुराज शर्मा के आइडिया से आज हजारों किसान सुनिश्चित आय पर काम कर रहे हैं, आर्थिक रुप से सशक्त बन रहे हैं। ऋतुराज शर्मा की सफलता की कहानी उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है, जो खेती को घाटे का सौदा मानते हैं। ऋतुराज ने Zettafarms खोलकर ये साबित कर दिखाया है, कि अगर आप सही रणनीति, मेहनत और लगन ने अपना काम करते हैं, तो आप किसी भी बिजनेस में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
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