क्या आप भी FD, RD जैसी इन्वेस्टमेंट स्कीम्स में पैसा निवेश करके मात्र 7%- 8% रिटर्न रेट मुश्किल से प्राप्त कर रहे हैं। अगर हां, तो आज का आर्टिकल पूरा पढ़कर जाइएगा, क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको पैसा निवेश करने का ऐसा शानदार विकल्प बताएंगे, जहां रिटर्न रेट ( ब्याज दर) प्राप्त करने की कोई भी सीमा नहीं है।
इस इन्वेस्टमेंट स्कीम का नाम है Mutual Fund। म्यूचुअल फंड एक लोकप्रिय निवेश साधन है जो निवेशकों ( Investor ) को शेयर बाजार, बॉन्ड और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश करने का मौका देता है। लेकिन कई बार लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि म्यूचुअल फंड में कितना ब्याज मिलता है?
अगर आपके मन में भी यह सवाल है, तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िए। क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको ना सिर्फ म्यूचुअल फंड की इंटरेस्ट रेट के बारे में बताएंगे, बल्कि म्यूचुअल फंड क्या है?, ये कितने प्रकार के होते हैं और इसमें निवेश कैसे करते हैं?, इन सबकी जानकारी देंगे। तो चलिए शुरु करते हैं –
म्यूचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड एक ऐसी इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जहां आपका निवेश किया हुआ सारा पैसा एक पेशेवर फंड मैनेजर के द्वारा मैनेज किया जाता है। यह एक प्रकार का ट्रस्ट है, जो बहुत सारे निवेशकों के पैसों को इकट्ठा करता है, और फिर उसे इक्विटी, बॉन्ड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स और/या अन्य प्रतिभूतियों (Securities) में निवेश करते हैं। इन्वेस्टमेंट के बदले जो रिटर्न मिलता है, यह उसे सभी इन्वेस्टर्स में उनके निवेश के अनुसार बांट देता है।
आसान भाषा में समझें तो, म्यूचुअल फंड में बहुत सारे लोगों के पैसे को एक साथ जमा करके शेयर बाज़ार या निवेश योजनाओं में सामूहिक निवेश किया जाता है और जो भी लाभ होता है, वह सभी निवेशकों के हिस्सों के हिसाब से बांटा जाता है। शेयर मार्केट की तुलना में म्युचुअल फंड में जोखिम की संभावना कम होती है। ऐसे में म्युचुअल फंड आपके लिए एक बेहतरीन इन्वेस्टमेंट विकल्प बन सकता है।
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म्यूचुअल फंड में पैसे निवेश करने के तरीकें –
म्यूचुअल फंड में आप 2 तरीकों से अपने पैसों को निवेश कर सकते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं –
1. SIP
अगर आपके पास निवेश करने के लिए बहुत सारी पूंजी नहीं है, तो आप म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी की SIP शुरु कर सकते हैं। यहां हर महीने, तिमाही या सालाना में तय रकम निवेश की जाती है। आप मात्र 100 रुपये से SIP शुरु कर सकते हैं। दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों के लिए अच्छा विकल्प है।
2. Lumpsum
अगर आपके पास शेयर मार्केट की अच्छी खासी जानकारी है, तो निवेश करने के लिए अच्छी खासी पूंजी है, तो आप लंपसम में निवेश करिए। शॉर्टटर्म और लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट के लिए यह एक अच्छा विकल्प है, जहां आप म्युचुअल फंड में अच्छा ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
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म्यूचुअल फंड के प्रकार और संभावित रिटर्न
चलिए अब हम आपको म्यूचुअल फंट के कुछ फेमस प्रकार और उनपर मिलने वाले संभावित रिटर्न की जानकारी देते हैं। वैसे तो आपके निवेश पोर्टफोलियो के आधार पर, म्यूचुअल फंड कई प्रकार के हो सकते हैं। लेकिन मुख्य रुप से म्यूचुअल फंड को 3 श्रेणियों में वर्गीकृत किया है, जो कि निम्नलिखित हैं –
1. इक्विटी म्यूचुअल फंड ( Equity Mutual Funds ) :
Equity Mutual Funds में इन्वेस्टर्स का ज्यादातर पैसा शेयर बाजार में निवेश किया जाता है। इस स्कीम में फंड प्रबंधक कम से कम 65 प्रतिशत पैसों को शेयर बाजार में निवेश करता है, और बाकि के बचे पैसों को वो बॉन्ड या बैंक में जमा करवा देता है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप 12% से 20% प्रति वर्ष (लंबी अवधि में) तक का संभावित ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप अलग-अलग तरह से निवेश कर सकते हैं। जैसे –
लार्ज कैप – शेयर मार्केट में यह भारत की टॉप 100 कंपनियां होती हैं, जहां आपका निवेश किया जाता है। ये आर्थिक रुप से मजबूत कंपनियां होती हैं, जो शेयर मार्केट को मैनेज करती हैं। इन कंपनियों के कारण शेयर मार्केट में स्टेबिलिटी बनी होती है, जिसमें नुकसान की संभावना बहुत ही कम होती है।
मिड कैप ( 101-250 ) – ये भारत की 101 से लेकर 250 तक की टॉप कंपनिया हैं। यहां इन्वेस्टर्स को रिस्क थोड़ा ज्यादा है, क्योंकि शेयर मार्केट में गिराटवट में उथल-पुथल होनें पर आपको नुकसान हो सकता है।
स्मॉल कैप – ये शेयर मार्केट की अन्य छोटी कंपनियां होती हैं, जो जहां इन्वेस्टर्स अपना पैसा लगा सकते हैं। इन फंड्स में भी जोखिम अधिक होता है।
2. डेब्ट म्यूचुअल फंड (Debt Fund) :
डेब्ट फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड ही हैं जो आपके पैसे को सरकार और कंपनियों को उधार देकर ब्याज उत्पन्न करते हैं। इक्विटी फंड की तुलना में यहां लाभ की संभावना ज्यादा और रिस्क कम होता है। इस म्युचुअल फंड में आपको 6% – 10% प्रति वर्ष ब्याज मिल जाता है।
डेब्ट फंड में फंड मैनेजर आपकी रकम का ज्यादातर पैसा सरकारी बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड में निवेश करता है। किसी डेब्ट फंड में कम से कम 65% पैसा बॉन्ड या बैंक डिपॉज़िट में निवेश करना अनिवार्य होता है। ऐसे में अगर आप कम रिस्क के साथ म्युचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो आप डेब्ट म्यूचुअल फंड खरीद सकते हैं।
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3. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड:
हाइब्रिड म्यूचुअल फ़ंड, एक ऐसा म्यूचुअल फ़ंड है जिसमें स्टॉक, बॉन्ड, सोना, रियल एस्टेट, आईटी, फ़ार्मा जैसी कई तरह की संपत्तियां होती हैं। आसान शब्दों में कहें तो यह शेयर और बॉन्ड दोनों का मिश्रण है, जिस वजह से यहां जोखिम का खतरा भी मध्यम ही है और इसमें लाभ भी स्थिर है। । बात करें रिर्टन रेट की तो इस फंड में निवेशकों को 8% से 12% प्रति वर्ष ब्याज मिलता है।
म्यूचुअल फंड में ब्याज कैसे काम करता है?

म्यूचुअल फंड में ब्याज की बात करें तो यहां बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की तरह एक तय ब्याज दर नहीं होती है। यहां मिलने वाली ब्याज ( रिटर्न ) शेयर मार्केट के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। यानी की अगर शेयर मार्केट में उछाल है, तो आप 40% तक का रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं, वहीं शेयर मार्केट में गिरावट है, तो आपको कम रिटर्न रेट भी प्राप्त हो सकता है।
म्यूचुअल फंड में ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फंड मैनेजर आपके पैसों को अलग-अलग कंपनियों के शेयर, सरकारी बॉन्ड और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश करते हैं और पैसा कमाते हैं।
तकनीकी रूप से, म्यूचुअल फंड का रिटर्न ब्याज नहीं कहलाता। बल्कि ये कैपिटल गेन कहलाता है। यानी की फड की NAV (नेट एसेट वैल्यू) बढ़ने पर जो आपको लाभ मिलेगा वो कैपिटल गेन ( रिटर्न ) होगा।
इसके अलावा आपको म्युचुअल फंड में आपको डिविडेंड मिल सकता है, जो कंपनियों के द्वारा आपको उनकी मर्जी से दिए जाते है। जानकारी के लिए बता दें कि कुछ फंड अपने मुनाफे का हिस्सा निवेशकों के साथ बांटते हैं, जिसे डिविडेंड कहा जाता है। अगर आप म्यूचुअल फंड से ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं, तो आप डिविडेंड देने वाली कंपनियां ढूंढकर उनमें निवेश कर सकते हैं।
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सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्यूचुअल फंड कैसे चुनें?
एक अच्छा म्यूचुअल फंड या सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्युचुअल फंड चुनने के लिए आप नीचे दी गई बातों का ध्यान रख सकते हैं। –
- अपने गोल्स को समझें, कि आपको कि आपको शॉर्ट टर्म में इन्वेस्ट करना है या लॉन्ग टर्म में और फिर उसी हिसाब से निवेश करें।
- मार्केट वोलैटाइल हो सकता है। ऐसे में किसी भी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के 1, 3 या 5 सालों के रिटर्न्स का एनालिसिस करें।
- रिस्क प्रोफाइल को समझें।
- Expense Ratio चेक करें ।
- फंड मैनेजर और AMC का ट्रैक रिकॉर्ड का पता लगाएं।
- टॉप रिटर्न देने वाले कैटेगरी को चुनें और रिटर्न दें ।
- पोर्टफोलियो का डायवर्सिफिकेशन करें। एक ही टाइप के फंड्स में सारा पैसा न लगाएं। लार्ज, मिड और स्मॉल कैप का बैलेंस बनाकर पोर्टफोलियो स्ट्रांग रखें।
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निष्कर्ष –
म्यूचुअल फंड एक इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जहां आपको मिलने वाला रिटर्न फिक्स नहीं होता है, ये पूरी तरह से शेयर बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। लेकिन हां, अगर आप सही फंड का चुनाव करके लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो आप उसपर अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
उम्मीद है आर्टिकल पढ़कर अब आपको पता चल गया होगा कि म्यूचुअल फंड पर कितना ब्याज मिलता है। आर्टिकल में दी गई जानकारियों को आप गाइड के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
Disclaimer - म्यूचुअल फंड में आपका इन्वेस्टमेंट वित्तिय जोखिमों के अधीन होता है। ऐसे में समझदारी से निवेश करें, और निवेश करने से पहले वित्तिय सलाहकार की राय अवश्य लें।
FAQs: म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर अक्सर पूछे गए सवाल
Q.1 – 10 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है?
Ans – म्यूचुअल फंड पर मिलने वाला रिटर्न मार्केट वोलैटिलिटी ( उतार-चढ़ाव ) पर निर्भर करता है। हालांकि आंकड़ों की बात करें तो म्यूचुअल फंड में आपको साला 12-20 प्रतिशत संभावित रिटर्न मिल सकता है।
Q. 2 – म्यूचुअल फंड में कितने साल में पैसा डबल हो जाता है?
Ans – म्युचुअल फंड में पैसा डबल होने का कोई निश्चित समय तो नहीं है, लेकिन हां अगर आपको हर साल आपके निवेश पर 12% रिटर्न मिल रहा है, तो आपका 6 सालों में डबल हो जाएगा।
Q. 3 – सबसे सुरक्षित म्यूचुअल फंड कौन सा है?
Ans – अगर आप कम निवेश के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो डेब्ट म्युचुअल फंड आपके लिए बेस्ट रहेगा। इस फंड में आपका पैसा सरकारी बॉन्ड और कॉर्पोरेट बॉन्ड में निवेश किया जाता है, जहां जोखिम बहुत ही कम होता है।
Q. 4 – बैंक में म्यूचुअल फंड क्या है?
Ans – म्यूचुअल फंड एक इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जहां अपना पैसा इन्वेस्ट करके आप अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। शेयर मार्केट की तुलना में ये थोडे कम रिस्की होती हैं, क्योंकि यहां आपका पैसा फंड मैनेजर के द्वारा मैनेज किया जा रहा होता। वहीं आपके पैसे को सही जगह निवेश करता है, और आपको अच्छा रिटर्न कमाकर देता है।
Q. 5 – म्यूचुअल फंड कितने साल तक रखना चाहिए?
Ans – म्यूचुअल फंड में आपके निवेश का समय आपके आर्थिक लक्ष्यों पर निर्भर करता है। लेकिन फ़ाइनेंशियल एडवाइज़र SIP को कम से कम 5 से 7 साल तक चलाने की सलाह देते हैं। अगर आपका लक्ष्य बड़ा है, तो आप एसआईपी 10 से 15 साल तक भी जारी रख सकते हैं।