मोटिवेशनल कहानी छोटी सी: पैसा कमाने की तलाश में लोग अपना गांव छोड़कर शहरों में नौकरी करने के लिए चले जाते हैं। उन्हें लगता है कि खेती में उतना पैसा नहीं है, जिससे वो अपने परिवार को बेहतर और आधुनिक सुविधाएं दे सकें। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है? अगर आप भी गांव में रहते हैं, और ऐसा ही सोचते हैं? तो आज की कहानी आपके विचारों को पूरी तरह से बदल कर रख देगी।
आज हम आपको एक ऐसे किसान की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मात्र 2.2 एकड़ जमीन में खेती शुरु की और आज वो साल के 6-7 लाख रुपये की कमाई कर रहे हैं। उनकी इस सफलता को देखकर और भी किसान प्रेरित हो रहे हैं।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि इस किसान ने सफलता का कौन सा फॉर्मूला अपनाया और आप कैसे इसे अपनाकर कम जमीन में भी शानदार मुनाफा कमा सकते हैं। तो चलिए, बिना देरी किए शुरुआत करते हैं।
सिविल ठेकेदारी छोड़कर शुरु की खेती
मैसूर जिले के हुंसूर तालुक स्थित संजीविनी नगर के रहने वाले किसान शिवकुमार ने अपनी 2.2 एकड़ जमीन को सोना उगलने वाली खेती में बदल दिया है हालांकि शिवकुमार शुरु से ही किसान नहीं थे। इससे पहले वो एक सिविल ठेकेदार के रुप में काम करते थे लेकिन खेती के प्रति उनकी गहरी रुचि थी।
नौकरी से परेशान होकर उन्होंने अपने इंटरेस्ट (रुची) पर फोकस करना शुरु किया, और एक दिन उन्होंने संजीव नगर में 2.2 एकड़ जमीन खरीदी और पूरी तरह से खेती करने का मन बना लिया।
पारंपरिक खेती के बजाय मिश्रित खेती को अपनाया

शिवकुमार ने पारंपरिक खेती के बजाय मिश्रित खेती पर अपना ध्यान केंद्रित किया किया। पारंपरिक खेती में जहां किसान सिर्फ एक ही तरह की फसल लगाकर कई बार नुकसान झेलते हैं, वहीं शिवकुमार ने मिश्रित खेती को अपनाकर शानदार मुनाफा कमाया है।
यह भी पढ़े: Short Inspirational Stories In Hindi
ऑर्गेनिक खाद से उगाईं फसलें
अपने खेतों में शिवकुमार ने पूरी तरह से ऑर्गेनिक फसलें उगाईं, जहां उन्होंने रासायनिक खाद और कीटनाशकों की जगह पर जैविक खाद का इस्तेमाल किया। उन्होंने देशी और मालनाड नस्ल की गायों का पाला और उनके गोबर और मूत्र से का इस्तेमाल करके खाद बनाई। उन्होंने खुद से अपने खेतों के लिए केंचुआ खाद तैयार की, जो फसलों को प्राकृतिक रुप से बढ़ने में मदद करती है।
छोटी जमीन पर बड़ी पैदावार
शिवकुमार ने अपनी छोटी सी जमीन पर बहुत सारी फसलें उगाई, ताकि वो पूरे साल मुनाफा कमा सकें। शिवकुमार के खेतों में उगाई जाने वाली फसलें निम्नलिखित हैं –
- फल ( चीकू, पपीता, केला, ड्रैगन फ्रूट, नींबू और नंजनगुड जूस, आदि )
- सब्जियां ( टमाटर, बैंगन, मिर्च, भिंडी, लौकी आदि )
- 130 नारियल के पेड़
- 800 सुपारी के पेड़
- 200 सागौन के पेड़
यह भी पढ़े: सफलता की प्रेरक कहानी
सालाना कमा रहे 6-7 लाख रुपये
न्यूज 18 हिंदी पर प्रकाशित एक खबर की मानें तो, अपनी 2.2 एकड़ जमीन पर खेती करके शिवकुमार सालाना 6-7 लाख रुपये कमा रहे हैं। उनकी मेहनत ने साबित कर दिया है कि खेती को मुनाफा कमाने वाले बिजनेस में तब्दील किया जा सकता है।
खेती तो गांव के लोगों के लिए बेहतरीन Village Business Idea है। आज शिवकुमार की सफलता को देखकर उनके गांव के बहुत से लोग उनसे प्रेरित हो रहे हैं, और उनकी खेती को करीब से समझने का प्रयास कर रहे हैं।
यह भी पढ़े: पायल पाठक की छोटी सी प्रेरणादायक कहानी
क्या है शिवकुमार की सफलता का राज ?
शिवकुमार की सफलता का राज मिश्रित खेती ही है। एक और पारंपरिक खेती में लोग मुनाफे के लिए एक ही खेती पर निर्भर होते हैं, वहीं दूसरी और मिश्रित खेती में आप अलग-अलग प्रकार की फसलों से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
शिवकुमार ने दिखा दिया है कि कम जमीन में भी बेहतर रणनीति और सही तरीके से खेती करके अच्छी आमदनी की जा सकती है। आज वो ना सिर्फ खुद लाखों रुपये कमा रहे हैं, बल्कि अन्य किसानों को भी पैसे कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
अब जब मिश्रित खेती की बात हो ही रही है, तो चलिए यहां हम आपको मिश्रित खेती के कुछ फायदे और नुकसान भी बता देंते हैं-
मिश्रित खेती के फायदे | मिश्रित खेती के नुकसान |
---|---|
मिश्रित खेती में फसल खराब होने का खतरा कम होता है, क्योंकि एक फसल बर्बाद होने पर आपके पास दूसरी फसल होती है। | फसल की बुबाई और कटाई का समय अलग-अलग होता है, ऐसे में किसानों को खेती मैनेज करने में दिक्कत आ सकती है। |
इस फसल से किसानों की आर्थिक स्थिति स्थिर बनी रहती है, और वो पूरा साल मुनाफा कमाते हैं। | अगर किसी एक फसल में किडा लग जाता है, तो बहुत अधिक संभावना होती है, कि वो आपकी बाकि की फसलों को भी खराब कर दे। |
अलग-अलग फसलों की खेती करने से खरपतवार और कीटों का प्रभाव कम हो जाता है। | – |
मिश्रित खेती जमीन को उपजाऊ बनाने का काम करती है। | – |
ध्यान दें – मिश्रित खेती अपनाने से पहले किसानों को अपनी भूमि, जलवायु और संसाधनों का विश्लेषण करना चाहिए। इसके अलावा किसानों को इस खेती के लाभ और हानियों को समझकर ही निर्णय लेना चाहिए।
निष्कर्ष –
उम्मीद है शिवकुमार की संघर्ष से सफलता की कहानी ने आपको प्रेरित किया होगा। अगर आप खेती से मुनाफा कमाने का सोच रहे हैं, तो आप मिश्रित खेती को अपना सकते हैं। बिजनेस से जुड़ी और भी सफलता की कहानिंया पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलो जरुर करें।
यह भी पढ़े: असफलता से सफलता की कहानी