कहते हैं सफलता की कहानी हमेशा मेहनत और समर्पण से लिखी जाती है। ऐसी ही एक कहानी लिखी है ProcMart के फाउंडर अनीश पोपली ( Anish Popli ) ने। 2015 में इन्होंने अपनी कंपनी की शुरुआत की थी। शुरुआत में ही उन्हें 20 लाख की फंडिंग मिली, लेकिन बिजनेस शुरु करने के 2 साल के भीतर ही उन्हें 1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
1 करोड़ रुपये के घाटे के बाद भी आज ये कंपनी 625 करोड़ रुपये का टर्नओवर हांसिल कर रही है। आखिर अनीश पोपली ने ऐसी कौनसी तकनीक अपनाई, की उन्होंने घाटे में चल रही कंपनी को प्रॉफिट कमाने वाली कंपनी में बदल दिया? ProcMart की Success Story आखिर है क्या? चलिए जानते हैं –
कैसे हुई ProcMart की शुरुआत?
NIT त्रिची से ग्रेजुएशन और IIM लखनऊ से MBA करने के बाद अनिश पोपली Bharat Heavy Electricals (BHEL) में प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में काम कर रहे थे। BHEL में 4.5 साल तक काम करने के बाद अनीश ने नौकरी छोड़कर एक स्टार्टअप कंपनी ज्वाइन की।
स्टार्टअप कंपनी में उन्होंने एक कंपनी के काम करने के तरीकों को बारिकी से समझा। इसी दौरान उन्हें खुद का स्टार्टअप खोलने का विचार आया। कई सालों तक कंपनियों में काम कर चुके अनीश को पता था कि कंपनियों के प्रोक्योरमेंट प्रोसेस में कई समस्याएँ हैं। इसी समस्या को हल करने के लिए उन्हें एक ऐसी कंपनी शुरु करे का विचार आया जो इस समस्या को हल कर सकते। इसी विचार को ध्यान में रखते हुए उन्होंने ProcMart की शुरुआत की। ProcMart एक B2B ई-कॉमर्स और सप्लाई चेन कंपनी है, जो सेफ्टी आइटम्स की खरीदारी और आपूर्ति में विशेषज्ञता रखती है।
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बिजनेस में की सबसे बड़ी गलती
अनीश पोपली ने 2015 में ProcMart की शुरुआत की थी। कंपनी की शुरुआत में ही दिनेश अग्रवाल से उन्हें 20 लाख की फंडिंग मिली थी। 2016 में उनकी फंडिंग बढ़कर डेढ़ करोड़ हो गई थी। ProcMart की शुरुआत तो अच्छी हुई, लेकिन उन्होंने बिजनेस की एक ऐसी बड़ी गलती कर दी, जिसने उन्हें 1 करोड़ रुपये का घाटा दे दिया।
जोश टॉक को दिए इंटरव्यू में अनीश बताते हैं, कि बिजनेस की शुरुआत में उन्होंने कस्टमर रिव्यू पर ध्यान ही नहीं दिया था। वो बहुत बाद में क्लाइंट के पास पहुंचे थे, जहां उन्हें अपने प्रोडक्ट में बहुत सी खामियां नजर आई, लेकिन तब तक बहुत लेट हो गया था। प्रोकमार्ट को 1करोड़ का घाटा हो गया था और उनके पास बस 3 महीने के पैसे ही बचे थे।
1 करोड़ के घाटे ने तोड़ दी हिम्मत
प्रोडक्ट की खामियों के चलते 2017 में प्रोकमार्ट को 1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। धीरे-धीरे उनके क्लाइंट कम होने लगे थे, और उनकी कंपनी के को-फाउंडर्स भी कंपनी छोड़ चुके थे। इसी दौरान अनीश के मन में भी बिजनेस बंद करके वापस नौकरी करने का विचार आया।
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गलती से सीखा और हिम्मत जुटाकर फिर से बनाई नई टीम
जैसे-तैसे अनीश ने हिम्मत जुटाई और खुद को मौका देने के बारे में सोचा। उन्होंने खुद को 1 साल का टाइम दिया, और 5 लोगों की टीम बनाई। अपनी गलतियों से सीखते हुए उन्होंने फिर से प्रोडक्ट बनाना शुरु किया। अनीश पोपली का ये फैसला सही साबित हुआ।
इस बार उन्होंने अपने प्रोडक्ट की सभी खामियों को दूर किया, और कंपनी को मिलने वाले प्रोजेक्ट का Break even Point ढूंढा, क्लाइंट से लगातार रिव्यू लिए। अनीश का ये फॉर्मुला काम कर गया और उन्हें अच्छे-अच्छे क्लाइंट मिलने लगे।
घाटे में चल रही कंपनी को मुनाफा में बदला
अपनी रणनीति से अनीश पोपली ने घाटे में चलने वाली कंपनी को मुनाफा देने वाली कंपनी में बदला और संघर्ष से सफलता की कहानी लिखी । 2022 में ProcMart का टर्नओवर 100 करोड़ हो गया था। उन्होंने पुणे और दिल्ली के अलावा 10 और शहरों में अपनी पहुंच बना ली थी। इस समय तक कोलगेट, पेप्सीको, कैडबरी, वेदान्ता, ब्रिटेनिया, LG जैसी-जैसी बड़ी-बड़ी कंपनिया उनकी क्लाइंट बन गई थी।
2022 में ProcMart ने सिक्स्थ सेंस वेंचर्स के नेतृत्व में $10 मिलियन सीरीज़ ए फंडिंग जुटाई। इसके बाद कंपनी का टर्नओवर बढ़ता ही चला गया और 2023 में कंपनी का टर्नओवर 200 करोड़ रुपये पहुंच गया।
625 करोड़ का रेवेन्यु हांसिल कर चुकी हैं ProcMart
ProcMart की सफलता लगातार बढ़ती जा रही हैं। 2024 में ProcMart का कुल रेवेन्यु 625 करोड़ हो चुका हैं। 2022 में जहां ये कंपनी 10 शहरों तक अपनी पहुंच बना चुकी थी, वहीं अब ये देश के 30 शहरों तक पहुंच गई हैं। भारत के अलावा प्रोकमार्ट मलेशिया और इंडोनेशिया में भी अपनी सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि 2027 तक वो 3000 करोड़ का टर्नओवर हांसिल कर ले।
Anish Popli’s Net Worth
ProcMart के वर्तमान CEO और फाउंडर अनीश पोपली की नेटवर्थ ( ProcMart’s Founder Net Worth ) की बात करें तो 12 अप्रैल 2024 में उनकी नेटवर्थ 306 करोड़ रुपये थी।
अनीश पोपली की असफलता से सफलता की कहानी आज के उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो बिजनेस में कुछ बड़ा करने की इच्छा रखते हैं। अगर आपको भी अपने जीवन में कुछ बड़ा करना है, तो असफलताओं का डरकर नहीं बल्कि डटकर मुकाबला करना है।