सपने उन्हीं के पूरे होते हैं, जो उन्हें पूरा करने की हिम्मत रखते हैं। मुंबई में रहने वाले 19 साल के दो लड़को ने ऐसा ही एक सपना देखा और 2 साल के भीतर ही उन्होंने अपनी कंपनी को यूनिकॉर्न स्टार्टअप में शामिल कर दिया।
19 साल, ये वो उम्र होती है, जब ज्यादातर लोग अपने कॉलेज की पढ़ाई कर रहे होते हैं। जीवन के मकसद को तलाश रहे होते हैं। लेकिन इसी उम्र में कैवल्य वोहरा और उनके दोस्त आदित पालिचा ने Zepto नाम की एक ऐसी कंपनी बनाई, जो आज बड़ी-बड़ी कंपनियों को टक्कर दे रही है। 2024 में जेप्टो की वैल्युएशन 41,931 करोड़ रुपये हो है।
आखिर दो दोस्तों ने इतनी कम उम्र में ये कंपनी कैसे बनाई? Zepto की सफलता के पीछे की कहानी क्या है? चलिए जानते हैं…..
Zepto की शुरुआत कैसे हुई?
आदित और कैवल्य शुरु से ही अच्छे दोस्त थे और दोनों एंटरप्रेन्योर बनना चाहते थे। स्कूल और कॉलेज में दोनों ने साथ पढ़ाई शुरु की। दोनों साथ अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए, लेकिन पढ़ाई छोड़कर वो अपने सपनों को पूरा करने के लिए भारत लौट आए।
दोनों स्टार्टअप के बारे में ही सोच रहे थे कि एक दिन कोरोना के समय उन्होंने ऑनलाइन फूड ऐप से खाना ऑर्डर किया, जो 10 मिनट में उनके पास फूड पहुंच गया। यहीं से उन्हें एक ऐसी कंपनी शुरु करने का आईडिया आया, जो 10 मिनट में ग्रॉसरी का सामान लोगों तक पहुंचा सकें।
उन्होंने अपने आईडिया पर वर्क किया और 2021 Zepto नाम की कंपनी शुरु की। Zepto ने 10 मिनट में लोगों तक ग्रॉसरी पहुंचाने का दावा किया।
हिट हुआ 10 मिनट में डिलीवरी का आइडिया
कोरोना के समय जब लोगों के काम-धंधे चौपट हो रहे थे, उस समय 10 मिनट में ग्रॉसरी डिलीवर करने का आइडिया हिट हो गया। देखते ही देखते यह Zepto की USP बन गया। जेप्टो की स्थापना के 1 महीने बाद ही कंपनी की वैल्यूएशन 200 मिलियन डॉलर के पास पहुंच गई। 10 मिनट में डिलिवरी का कॉन्सेप्ट लोगों को इतना पसंद आया कि 2021 में Zepto ने 10 लाख आर्डर डिलीवर किए थे।
2023 में पहली यूनिकॉर्न कंपनी बनी Zepto
2021 में शुरु हुई कंपनी जेप्टो ने 2 साल के भीतर ही कोरोड़ो का वैल्युएशन अर्न कर लिया। Zepto 2023 में पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना। उस समय कंपनी का वैल्यूएशन 1.4 बिलियन डॉलर (₹11,741 करोड़) रुपये था। वर्तमान की बात करें तो 2024 में Zepto का कुल वैल्युएशन 41,931 करोड़ रुपये है।
आपको बता दें कि यूनिकॉर्न स्टार्टअप वो कंपनियां होती हैं, जिनकी वैल्युएशन 100 करोड़ या 1 बिलियन डॉलर पार कर चुकी होती है। 2023 में जेप्टो पहली कंपनी थी जिसने 100 करोड़ की वैल्यूएशन को पार किया था।
कस्टमर सपोर्ट के लिए AI का इस्तेमाल कर रही है Zepto
जेप्टो का मुख्यालय भले ही मुंबई में है, लेकिन ये ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवर करने वाली ये कंपनी भारत के 10 शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है। जेप्टो पर फल, राशन, सब्जियां, दूध आदि सहित कुल 3,000 से ज्यादा प्रोडक्ट्स उपलब्ध है। आप Zepto की Franchise लेकर इस कंपनी के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको क्या करना होगा, ये जानने के लिए आप हमारा आर्टिकल ज़ेप्टो की फ्रैंचाइज़ी में कितना खर्च आएगा? पढ़ सकते हैं।
यह कंपनी अब तक करीब 1 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरी दे चुकी है। कंपनी के फाउंडर आदित पालिचा का कहना है कि वो अपने स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए सप्ताह में 80-100 घंटे काम करते हैं। वहीं अपने ग्राहकों से संपर्क बनाने के लिए वो AI का इस्तेमाल भी कर रहे हैं।
कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा आज के युवाओं के लिए बेहतरीन उदाहरण हैं। अगर आप भी अपनी जिंदगी में सफल होना चाहते हैं, तो Zepto की Success Story आपको अपने सपनों की और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकती है।